Housing sales: साल 2024 के पहले क्वार्टर में देश के प्रमुख 8 शहरों में घरों की बिक्री में कमी देखी गई है। यह गिरावट विभिन्न आर्थिक और सामाजिक कारकों के कारण हुई है, और आने वाले दूसरे क्वार्टर में इसकी वृद्धि होने की संभावना है या नहीं, इस पर भी चर्चा की जाएगी। और जानेंगे किस कारण की वजह से और कितने दिनों तक घरों की बिक्री में रह सकती है कमी और इस समय घर मालिकों को किस तरह के करने पड़ेंगे कम।
प्रमुख कारण
- इकनॉमिक अनसर्टेंटी: वैश्विक और घरेलू आर्थिक स्थिति में अस्थिरता ने बाजार में अनिश्चितता पैदा की है। बढ़ती महंगाई और उच्च ब्याज दरें लोगों की खरीदी की क्षमता को प्रभावित कर रही हैं। जब ब्याज दरें उच्च होती हैं, तो होम लोन महंगा हो जाता है, जिससे घर खरीदना खर्चीला हो जाता है।
- संपत्ति की उच्च कीमतें: कई शहरों में संपत्तियों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। उच्च कीमतें संभावित खरीदारों को हिचकिचाहट में डाल रही हैं, क्योंकि वे सोचते हैं कि वर्तमान मूल्य पर संपत्ति खरीदना उनके बजट के बाहर हो सकता है।
- निर्माण सामग्री की लागत: निर्माण सामग्री की लागत में वृद्धि भी एक महत्वपूर्ण कारण है। कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि के चलते नए घरों की कीमतें भी ऊँची हो गई हैं, जिससे खरीदारों की संख्या में कमी आई है।
- नीतिगत बदलाव: कुछ शहरों में नई सरकारी नीतियों और नियमों ने रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रभाव डाला है। जैसे कि कड़े नियम और नए टैक्सेज ने भी बाजार में अनिश्चितता पैदा की है, जिससे लोगों ने घर खरीदने में सावधानी बरतना शुरू कर दिया है।
- महामारी के प्रभाव: COVID-19 महामारी के बाद भी आर्थिक सुधार की प्रक्रिया धीमी रही है। लोग अभी भी महामारी के प्रभाव से उबर रहे हैं, और यह अस्थिरता रियल एस्टेट बाजार में भी देखने को मिल रही है।
दूसरे क्वार्टर में संभावनाएँ
- ब्याज दरों में संभावित कमी: अगर केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कमी करता है, तो होम लोन सस्ते हो सकते हैं। इससे घर खरीदने की लागत घटेगी और संभावित खरीदारों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
- आर्थिक सुधार: यदि आर्थिक स्थितियों में सुधार होता है और महंगाई पर नियंत्रण पाया जाता है, तो लोगों की क्रय शक्ति बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, घरों की बिक्री में वृद्धि हो सकती है।
- सरकारी प्रोत्साहन: अगर सरकार रियल एस्टेट सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाएं और सब्सिडी पेश करती है, तो यह बाजार को समर्थन दे सकता है और बिक्री को बढ़ावा मिल सकता है।
- निर्माण सामग्री की लागत में कमी: अगर निर्माण सामग्री की लागत में गिरावट आती है, तो इससे नए घरों की कीमतें स्थिर हो सकती हैं, जो खरीदारों के लिए अधिक आकर्षक हो सकती हैं।
- मौजूदा संपत्तियों की आपूर्ति: अगर बाजार में मौजूदा संपत्तियों की अधिक आपूर्ति होती है, तो यह विक्रेताओं को कीमतों को कम करने के लिए प्रेरित कर सकता है, जिससे खरीदारों की रुचि बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
पहले क्वार्टर में घरों की बिक्री में गिरावट मुख्य रूप से आर्थिक अनिश्चितता, उच्च कीमतें, निर्माण सामग्री की लागत, और सरकारी नीतियों के कारण हुई है। हालांकि, अगर आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और ब्याज दरें कम होती हैं, तो दूसरी तिमाही में बिक्री में वृद्धि की संभावना है। सरकार द्वारा रियल एस्टेट सेक्टर को प्रोत्साहन और बाजार में सकारात्मक बदलाव की स्थिति में, घरों की बिक्री में सुधार हो सकता है। इसलिए, संभावित खरीदारों और निवेशकों के लिए सतर्क रहना और मौजूदा स्थिति का विश्लेषण करना महत्वपूर्ण होगा।